## अर्मानी के इनोवेशन #Faces >असली शान दिखने में नहीं, बल्कि याद रहने में है... ये लाइन खुद जॉर्जियो अर्मानी की थी... और शायद यही उनकी पूरी ज़िंदगी की पहचान भी बनी। 91 साल की उम्र में वो दुनिया से चले गए हैं.. लेकिन अपने इनोवेशन्स को शिक्षाओं के रूप में छोड़ गए हैं। ![[Pub-Armani.webp|400]] इटली का एक साधारण लड़का था.. जॉर्जियो अर्मानी। उसका सपना था डॉक्टर बनने का, मेडिकल कॉलेज में दाख़िला भी लिया। लेकिन मन नहीं लगा तो पढ़ाई अधूरी छोड़ दी। इसके बाद कुछ समय इटली की सेना में काम किया और फिर 1957 में डिपार्टमेंटल स्टोर में कपड़ों के डिस्प्ले को सजाने का काम करने लगा। यहीं से उस लड़के की ज़िंदगी ने करवट ली और किस्मत ने शोरूम की खिड़कियों से गुज़रते हुए उसे फैशन का रास्ता दिखाया। अर्मानी ने सूट पहनने का अंदाज़ बदल दिया, रंगों को नई भाषा दी और फैशन को सिर्फ अमीरों की चीज़ नहीं, बल्कि आत्मविश्वास का प्रतीक बना दिया। इसीलिए वो दुनिया के सबसे प्रभावशाली डिज़ाइनर बने। उनके बड़े इनोवेशन्स पर एक एक करके गौर कीजिए... ![[Pub-Armani-2.webp|400]] ##### सूट पहनने का अंदाज़ बदला पहले सूट का मतलब था भारी, सख्त और थोड़ा असहज कपड़ा। अर्मानी ने इसे हल्का, आरामदायक और आसान बना दिया। आज हम जो सॉफ्ट सूट देखते हैं, वो उनकी ही देन है। ##### रंगों का नया परिवार उन्होंने चटक और चिल्लाते हुए रंगों की जगह मिट्टी जैसे शांति देने वाले रंगों को अपनाया—ग्रे और बेज का मेल तैयार किया जिसे उन्होंने “ग्रीज” कहा। ये रंग आज हर बड़ी मीटिंग और दफ्तरों के कॉरपोरेट कल्चर का हिस्सा हैं। ##### महिलाओं को पावर सूट दिया 80 के दशक में उन्होंने औरतों के लिए ऐसे सूट बनाए जो न केवल आरामदायक थे बल्कि शक्ति और आत्मविश्वास का प्रतीक थे। ये पावर सूट वाली क्रांति थी। ##### रेड कार्पेट को फैशन मंच बनाया रेड कार्पेट पहले से मौजूद था, लेकिन अर्मानी ने उसे फैशन शो जैसा बना दिया। उन्होंने हॉलीवुड स्टार्स को रेड कार्पेट पर अपने कपड़ों में उतारा, और फिर ये ट्रेंड पूरी दुनिया में छा गया। ##### मॉडल्स की सेहत पर ध्यान दिया उन्होंने सबसे पहले कहा... जो मॉडल्स बहुत कमज़ोर और अस्वस्थ हैं, उन्हें रैंप पर जगह नहीं मिलेगी। BMI 18 से कम वाले मॉडल्स को रैंप से हटाया ताकि ये होड़ खत्म हो। ये उनके मानवीय चेहरे की झलक थी। ##### डिजिटल इनोवेशन 2007 में उन्होंने अपने फैशन शो को इंटरनेट पर लाइव किया...जबकि उस समय ज़्यादातर लोग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे। कई बड़े फैशन हाउस उनके ब्रांड को खरीदना चाहते थे, लेकिन उन्होंने हमेशा स्वतंत्र रहना चुना। इसलिए Armani का नाम हमेशा उनकी मौलिक अभिव्यक्ति बना रहा। कुल मिलाकर अर्मानी ने फैशन की दुनिया को ये सिखाया कि सादगी और सहजता ही असली स्टाइल है। अंत में जॉर्जियो अर्मानी की उसी लाइन का ज़िक्र फिर से करना चाहूंगा.. >असली शान दिखने में नहीं, बल्कि याद रहने में है... अर्मानी ने ये बात सच साबित कर दी... उनकी जीवन यात्रा और उनका काम वाकई याद रखने लायक है ![[Pub-Armani-3.webp|400]] 2025-09-05