## गति और ठहराव #SansarKaCCTV समझने की कोशिश कर रहा हूँ कि देखना ज़रूरी है, या महसूस करना। गति ज़रूरी है या ठहराव। ठहरे हुए अक्षर या दृश्य कितना कुछ महसूस करा देते हैं। कई बार हम गति में भी तो ठहराव ही ढूँढ रहे होते हैं फुटओवर ब्रिज को आधा पार करके, बीच में खड़े होके, हम देखते हैं...नीचे तेज़ रफ़्तार से चलती गाड़ियाँ, लयबद्ध रोशनियों की एक कतार। हमें चलती हुई गाड़ियों का गतिमान दृश्य भी ठहरा हुआ लगता है। कई बार फ़िल्मों में भी ऐसे दृश्य का इस्तेमाल किया जाता है। ताकि किरदारों को ठहराव का मौक़ा मिल सके। कैसा विरोधाभास है कि ठहरने के लिए गति का सहारा लेना होता है। वैसे विज्ञान की नज़र से देखें तो ठहराव का अस्तित्व, गति के बिना नहीं है। --- संसार का CCTV 🌏 क्या है ? इसके पीछे का विचार क्या है ? उत्तर : [[Introducing Sansar ka CCTV]]