## जब अंतरिक्ष से घर की छत पर गिरा 700 ग्राम का कूड़ा
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स्पेस 🛰️ वाले कूड़े की वजह से
==NASA के खिलाफ 66.75 लाख रुपये का केस हो गया… ⁉️==
क्योंकि अंतरिक्ष से अमेरिका के फ्लोरिडा में एक घर की छत के पर 700 ग्राम का मलबा गिरा.. और उस घर की छत टूट गई ! 😲 ये घटना 8 मार्च 2024 की है। जब ये हुआ तो घर के मालिक को अंदाज़ा नहीं था ये कहां से गिरा है।
फिर अप्रैल में नासा ने स्वीकार किया कि ये टुकड़ा 2021 में International Space Station से कूड़े के रूप में छोड़ा गया था। बाद में ये वायुमंडल में घुस गया और बिना नष्ट हुए फ्लोरिडा के उस घर की छत पर गिर गया। अब फ्लोरिडा के परिवार ने NASA के खिलाफ केस किया है और मुआवज़ा मांगा है।
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🚀 इस घटना से जुड़ा एक सवाल ये है कि
##### अगर 700 ग्राम का एक टुकड़ा अंतरिक्ष से पृथ्वी के एक घर की छत पर गिरे तो वो कितने भार के बराबर की चोट करेगा ?
गुरुत्वाकर्षण शक्ति और गिरने की रफ्तार को ध्यान में रखते हुए अनुमान लगाएं तो ये फ़ोर्स लगभग 4200 न्यूटन का होगा, जो कि बहुत ज़्यादा है।
ये गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। तुलनात्मक रूप से, ये बल लगभग 428 किलोग्राम के भार के बराबर होगा। इससे छत और उसके नीचे के हिस्से को गंभीर नुकसान हो सकता है और यही NASA के ख़िलाफ़ हुए कोर्ट केस का आधार है।
❓अब स्पेस कूड़े और मलबे से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब
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1️⃣
##### अंतरिक्ष में कितना कूड़ा या मलबा है और ये कितने प्रकार का होता है ?
- NASA Orbital Debris Program Office के अनुसार, इस समय लगभग 27,000 से अधिक बड़े मलबे के टुकड़े पृथ्वी की कक्षा में घूम रहे हैं जिन्हें ट्रैक किया जा सकता है। छोटे मलबे के टुकड़ों की संख्या लाखों में हो सकती है, इन्हें ट्रैक करना मुश्किल होता है।
- बड़े टुकड़े आमतौर पर निष्क्रिय सैटेलाइट, रॉकेट के छूटे हुए हिस्से, और अन्य बड़े उपकरण होते हैं। इनका आकार 10 सेंटीमीटर या इससे बड़ा हो सकता है।
- इसके अलावा मध्यम आकार के टुकड़े 1 से 10 सेंटीमीटर के बीच होते हैं,
- छोटे टुकड़े 1 सेंटीमीटर से छोटे होते हैं जैसे कि पेंट के टुकड़े, टूटी हुई धातु के टुकड़े, और Micro-Meteoroids
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2️⃣
##### अंतरिक्ष में मलबे के टुकड़े आते कहां से हैं ?
- रॉकेट लॉन्च के दौरान रॉकेट के हिस्से कक्षा में रह जाते हैं।
- निष्क्रिय सैटेलाइट्स के टकराव से छोटे और बड़े टुकड़े बन जाते हैं।
- कुछ देशों द्वारा किए गए एंटी-सैटेलाइट परीक्षणों से भी मलबा पैदा होता है।
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3️⃣
##### अंतरिक्ष के मलबे / कूड़े की रफ्तार क्या होती है
यह गति 28,000 किलोमीटर प्रति घंटा (7.8 किलोमीटर प्रति सेकंड) तक हो सकती है। इतनी तेज गति पर छोटे टुकड़े भी बड़े नुकसान का कारण बन सकते हैं।
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4️⃣
##### मलबा अंतरिक्ष में कितनी ऊँचाई पर है ?
- लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) पृथ्वी से 2,000 किलोमीटर की ऊँचाई तक का क्षेत्र है जहां अधिकतर मलबा पाया जाता है।
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##### अंतरिक्ष में सबसे ज़्यादा कचरा फैलाने वाली घटनाएँ कौन सी थीं ?
- 2007 में चीन का एंटी-सैटेलाइट टेस्ट: इस परीक्षण ने 3,000 से अधिक बड़े मलबे के टुकड़े पैदा किए।
- 2009 में इरिडियम-33 और कोस्मोस-2251 नामक संचार उपग्रहों का टकराव: इसने 2,000 से अधिक मलबे के टुकड़े पैदा किए।
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##### मलबे के टुकड़ों की ट्रैकिंग कैसे होती है ?
1. U.S. Space Surveillance Network यानी (SSN) कई रडार और ऑप्टिकल टेलीस्कोप्स का नेटवर्क है जो अंतरिक्ष में मलबे को ट्रैक करता है।
2. Space-Based Surveillance System यानी (SBSS) एक अमेरिकी सैन्य उपग्रह प्रणाली है। जो स्पेस के कूड़े को ट्रैक करती है।
3. Sentinel-1 यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) का रडार उपग्रह है। ये अंतरिक्ष मलबे की निगरानी के साथ-साथ धरती की सतह की इमेजिंग करता है
4. अमेरिकी वायुसेना Space Fence का प्रयोग भी करती है.. जो कि एक एडवांस्ड रडार सिस्टम है। ये low earth orbit में छोटे मलबे के टुकड़ों की ट्रैकिंग करती है।
ये सारे सिस्टम अंतरिक्ष वाले मलबे की निगरानी और मैनेजमेंट के लिए मिलकर काम करते हैं, ताकि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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7️⃣
##### भविष्य में स्वच्छ स्पेस अभियान भी शुरू होने वाला है
- ClearSpace-1 मिशन 2025 में लॉन्च करने की योजना है
2024-06-24